महाकुंभ में भगदड़, 10 मौतें, राहत-बचाव पर PM मोदी ने 3 बार की CM योगी से बात, लखनऊ में हाई लेवल मीटिंग

प्रयागराज
महाकुंभ मेला में भगदड़ को लेकर लखनऊ में हलचल बढ़ गई है। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश आनन-फानन में सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर पहुंचे हैं। हादसे के बाद मुख्यमंत्री आवास पर 5 केडी में बड़ी बैठक चल रही है। बैठक में DGP प्रशांत कुमार, ADG एलओ अमिताभ यश और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद भी मौजूद हैं। CM योगी अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं और महाकुंभ में हेलीकॉप्टर से लगातार निगरानी रखी जा रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि जो श्रद्धालु जिस घाट के समीप है, वहीं स्नान करे, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नान के लिए कई स्नान घाट बनाए गए हैं। कहीं भी स्नान किया जा सकता है. प्रशासन के निर्देशन का अनुपालन करें। व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें।

भगदड़ पर लगातार सीएम योगी ले रहे अपडेट
महाकुंभ में भगदड़ की सूचना मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फोन मिलाना शुरू कर दिया। CM योगी अधिकारियों से स्थिति का लगातार जायजा ले रहे हैं। आगे स्नान सुचारू रूप से होता रहे और पीड़ितों को हर संभव सहायता मिले, इसके लिए वह अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं।

भीड़ की वजह से लोगों की सांसें फुलने लगीं
महाकुंभ में संगम तट पर रात करीब 1:30 बजे भारी भीड़ जुट गई। भीड़ की वजह से लोगों की सांसें फुलने लगीं। इसके बाद बैरिकेटिंग टूटने से भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। इससे 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को रेस्क्यू कर 50 से ज्यादा एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया। इन श्रद्धालुओं की हालत गंभीर थी। उन्हें प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

फैसला हुआ है कि 11 बजे के बाद अखाड़े शाही स्नान के लिए पहुंचने लगेंगे। सीएम योगी से भी संतों की बातचीत हुई है। सीएम योगी ने इस बारे में कहा कि आचार्य महामंडलेश्वरों से बातचीत की है। उनका कहना है कि पहले श्रद्धालुजन स्नान करेंगे और उसके बाद हम लोग स्नान करने के लिए संगम की ओर जाएंगे।

रविंद्र गिरि ने कहा कि सुबह के समय करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु घाट पर था। अब ऐसा लग रहा है कि संख्या कम हो रही है। हम साधु संतों के घाट भी खाली कराए जा रहे हैं। कहा कि सुबह के समय ऐसा प्रचार किया गया था कि यहां पर कयामत आ गई हो। ऐसा प्रचार किया गया था जिससे हमारे सनातन के विरोधियों को मौका मिला था। वह चाहते थे कि गलत मैसेज जाए। जब हम लोगों ने जानकारी ली और पूरी सच्चाई सामने आई तो शाही स्नान का फैसला लिया गया है।

रविंद्र गिरी ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें। हादसे को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है। हमारी मेला प्रशासन से बातचीत हुई है। कहा गया है कि जो हो गया सो हो गया। ऐसे में हमारी स्नान होना चाहिए। कोशिश हो रही है कि कुछ घंटे में हम स्नान करेंगे। कहा कि जब हम लोग स्नान करने निकलते हैं तो श्रद्धालु नागा साधुओं को देखना चाहते हैं। हमारी झांकी को देखना चाहते हैं। इतने ज्यादा लोग आ गए कि हमारे घाट भर गए। इसलिए स्नान को स्थगित किया गया। अब हम लोग स्नान में जाएंगे।

रविंद्र गिरी ने इसके साथ ही श्रद्धालुओं से अपील की कि आप जहां भी हैं वहीं पर स्नान कर लें। संगम आकर ही स्नान करने की कोशिश न करें। आप जहां भी हों वहीं पर डुबकी लगाकर पुण्य के भागी बन जाएंगे। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने अखाड़ों के संतों से बातचीत में बताया कि लगातार स्थितियां ठीक हो रही हैं। अगले एक घंटे में स्थितियां और ठीक हो जाएंगी। इसके बाद दस बजे से शाही स्नान शुरू हो सकता है।

इस बीच प्रशासन ने स्नानार्थियों का नया डेटा जारी किया है। इसमें बताया कि मंगलवार की सुबह आठ बजे तक दस लाख से ज्यादा कल्पवासी संगम तट पर मौजूद थे। सुबह आठ बजे तक ही 2.78 करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्नान किया था। इसके साथ ही 13 से 28 जनवरी तक 19.94 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं।

India Edge News Desk

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